झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य (Wildlife Sanctuaries Of Jharkhand)

झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य (Wildlife Sanctuaries Of Jharkhand)

झारखण्ड एक  खनिज सम्पन राज्य होने के साथ साथ यह एक  हरित प्रदेश है । यानि यहाँ बहुत ज्यादा मात्रा मैं जंगल है । इस कारण से यहाँ वन्य जीव अभ्यारण्य भी बहुत अधिक है । झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य के बारे मैं विस्तृत जानकारी दी गयी है ।

झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य की संख्या

झारखंड मै कुल मिलाकर 11 अभ्यारण है। ये 11 अभ्यारण झारखंड के 11 जिलो मै फैले हुये है । ओर आपको ये जानना चाहिए की झारखंड के अभ्यारण हरे भरे होते है , यानि यहा के अभ्यारण बहुत ही घने होते है जिसके कारण से यहा बहुत ही खतरनाक जानवर पाये जाते है। यहाँ  खास तोर पर बाघ , तेंदुवा , हाथी , भेड़िया , चीता , लंगूर सांभर , बुलबुल , कबूतर जैसे  विविध  प्रकार के पंक्षियां पाए  जाते है ।

झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य की सूचि 

 

अभ्यारण्य का नाम  सम्बंधित जिला 

बेतवा नेशनल अभ्यारण

लातेहार

हजारीबाग अभ्यारण

हजारीबाग

दलमा अभ्यारण

पूरबी सिंघभूम

तोपचाची अभ्यारण

धनबाद

महुआ टाँड़ वोल्फ अभ्यारण

लातेहार

परशनाथ अभ्यारण

गिरिडीह

कोडरमा अभ्यारण

कोडरमा

गोतमबुध अभ्यारण

कोडरमा

लवालोंग अभ्यारण

चतरा

पालकोट अभ्यारण

गुमला

उधवा लेक बर्ड

साहेबगंज

झारखण्ड के वन्य जीव अभ्यारण्य संक्षिप्त जानकारी

1. बेतवा नेशनल अभ्यारण  वेतवा नेसनल अभ्यारण यह झारखंड राज्य के लातेहार जिले मै उपस्थित है यह एक राष्ट्रीय नेसनल पार्क है। और  इसकी स्थापना 1986 मै किया था जब झारखंड बिहार मै हुआ करता था ।
2. हजारीबाग अभ्यारण – हजारीबाग अभ्यारण यह झारखंड का दूसरा अभ्यारण है। यह हजारीबाग जिले मै है। और  इसकी स्थापना 1976 मै किया गया था , इस अभ्यारण मै खास तोर पर तेंदुआ पाया जाता है ।
3. दलमा अभ्यारण :- दलमा अभ्यारण यह पूर्बी सिंघभूम जिले मै है। और  इसकी स्थापना 1976 मै किया गया था ओर इस अभ्यारण मै खास तोर पर हाथी पायी जाती है ।
4. तोपचाची अभ्यारण तोपचाची अभ्यारण यह अभ्यारण धनबाद जिले मै है। और इसकी स्थापना 1978 मै किया गया था , इस अभ्यारण मै प भेड़िया , चीता , लंगूर आदि पाया जाता है ।
5. महुआ टाँड़ वोल्फ अभ्यारण – यह अभ्यारण लातेहार जिले मै है। और  इसकी स्थापना 1976 मै किया गया था , यहा खास तोर लोग भेड़िया देखने के लिए आते है।
6. परशनाथ अभ्यारण – परशनाथ अभ्यारण गिरिडीह मै है। और  इसकी स्थापना 1981 मै किया गया था , यह अभ्यारण तेंदुआ ओर सांभर के लिए प्रशिध है।
7. कोडरमा अभ्यारण – कोडरमा का अभ्यारण कोडरमा मै ही है। इसकी स्थापना 1985 मै किया गया था। इस अभ्यारण मै चीता ओर हिरण पाया जाता है।
8. गोतमबुध अभ्यारण – ये भी कोडरमा मै ही है। इसकी स्थापना 1871 मै किया गया था। यहा पाये जानी वाली प्रमुख जानवर है चीता ।
9. लवालोंग अभ्यारण – लवलोंग का अभ्यारण चतरा मै है। और  इसकी स्थापना 1978 मै किया गया था , इस अभ्यारण मै चीता ओर बाघ पाया जाता है
10. पालकोट अभ्यारण – पालकोट का अभ्यारण गुमला मै है। और  इसकी स्थापना 1990 मै किया गया था , इस अभ्यारण मै चीता ओर तेंदुआ पाया जाता है।
11. उधवा लेक बर्ड उधवा का बर्ड लेक साहेबगंज मै है। और  इसकी स्थापना 1991 मै किया गया था , यह एक वर्ड लेक है यहा बहुत प्रकार के पंक्षिया पायी जाती है ये झारखंड का एक मात्र वर्ड लेक है जाता है।

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